रायपुर, 5 अप्रेल 2020 (इंडिया न्यूज रूम):- जिस तरह अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सचेत हिमाचल प्रदेश के फूड एवं ड्रग विभाग ने सभी प्रकार के चुइंगम तथा बबलगम पर तीन माह के लिये प्रतिबंध लगाया है क्या छत्तीसगढ़ सरकार भी इसके साथ साथ गुटका पान तम्बाकू गुड़ाखु पर भी तत्काल प्रतिबंध लगाएगी ? WHO का मानना है कि सभी प्रकार के ऐसे खाद्यपदार्थ जिन्हें खाने के बाद थूक के रूप में बाहर उत्सर्जित किया जाता है उससे कोरेना के संक्रमण का खतरा बढ़ता है। इसी का हवाला देते हुए हिमाचल प्रदेश के फ़ूड एन्ड ड्रग कमिश्नर ने सभी प्रकार के बबलगम , चुइंगम पर तत्काल विक्रय प्रतिबंध लगा दिया है।
छत्तीसगढ़ में गुड़ाखु , गुटका, तम्बाकू का भारी मात्रा में सेवन किया जाता है , सरकार द्वारा तम्बाखू युक्त गुटखे पर प्रतिबंध भी लगाया गया है किंतु तम्बाखू और बिना तम्बाखू का गुटखा अलग अलग पेकिंग में सामान्य रूप से दुकानों में सहज रूप से उपलब्ध होता है जिसे आपस में मिला कर गुटखे के आदी और शौकीन लोग सहजता से इस्तेमाल करते हैं। इस कारण से यहां वहां थूकने की समस्या अक्सर देखी जाती है। सस्ता नशा होने के कारण बच्चों , महिलाओं और हर उम्र के लोगों में बीमारी की परवाह किये बिना इस व्यवसन को बढ़ते देखा जा रहा है। किसान नेता संजय पराते का कहना है कि यह सही अवसर होगा कि सरकार इन सब पर प्रतिबंध लगावे।