मैड्रिड। स्पेन में कोरोना वायरस से रोजाना मरने वालों का औसत आंकड़ा मंगलवार को 743 तक पहुंच गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 14,045 हो चुकी है। स्पेन की तस्वीरें भयावह हैं। वायरस ने इस देश में मौत का ऐसा मंजर खड़ा किया है कि हर ओर लाशों का ढेर है। मजबूरी ऐसी है कि लोग अपनों के अंतिम संस्कार में भी नहीं जा सकते हैं।
हर 15 मिनट में एक शवदाह
हालात ये हैं कि देश के सबसे बड़े कब्रिस्तान ला अल्मुडेना जो कि मैड्रिड में है वहां हर 15 मिनट पर एक लाश को जलते हुए देखा जा सकता है, जिसकी मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई है। इस अंतिम संस्कार में 5 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की अनुमति भी नहीं है। इटली के बाद स्पेन दूसरा ऐसा देश है जहां कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
वहीं, स्पेन की राजधानी मैड्रिड में सबसे ज्यादा करीब 5 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इस देश में 14 मार्च से शुरू किए गए लॉकडाउन को दूसरी बार बढ़ाकर अब 26 अप्रैल तक कर दिया गया है। देश के इस हालात पर पीएम पेड्रो सांचेज का कहना है कि हम सुरंग के आखिरी में रोशनी देख रहे हैं। इटली के बाद कोरोना वायरस से दूसरे सबसे बुरी तरह प्रभावित इस देश में मरीजों की संख्या 1,40,510 हो गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि पिछले चार दिनों से मौत की संख्या लगातार कम हो रही थी, लेकिन मंगलवार को अचानक इसमें बढ़ोतरी हुई। वहीं, सोमवार को नए मामलों की संख्या 3.3 फीसदी बढ़ गई। अधिकारियों का कहना है कि सप्ताह के अंत में होने वाली मौतों को कुछ दिनों के बाद दर्ज किया जाता है। इस वजह से मृतकों के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है।

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