लेना चाहते थे छत्तीसगढ़ी में शपथ , आठवीं अनुसूची में शामिल न होने के कारण हिंदी में लेना पड़ा

रायपुर . भूपेश सिंह बघेल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें शपथ दिलाई. वहीं टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू ने मंत्री पद की शपथ ली है.भूपेश छत्तीसगढ़ी में शपथ लेना चाहते थे किन्तु यह भाषा 8 वी अनुसूची में शामिल नहीं होने के कारण तकनीकी कारणों से उन्हें हिंदी में शपथ लेना पड़ा .
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी, पूर्व प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह , शरद यादव और कई अन्य राष्ट्रीय नेताओ की उपस्थिति थी .
भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। ताम्रध्वज साहू और टीएस सिंहदेव ने भी ली मंत्री पद की शपथ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने तीनों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बाद भूपेश बघेल ने राहुल गांधी सहित मंच पर मौजूद सभी नेताओं का अभिवादन किया। वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया।
बारिश के कारण बदला गया शपथ ग्रहण कार्यक्रम स्थल
छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में आज राजधानी रायपुर में भूपेश बघेल शपथ लेंगे, लेकिन सुबह से हो रही बारिश के कारण व्यवधान की आशंका के कारण शपथ ग्रहण स्थल को बदल दिया गया , अब बदला शपथ ग्रहण कार्यक्रम इंडोर स्टेडियम में हुआ. इसके पूर्व भूपेश बघेल इंडोर स्टेडियम में तैयारियों का जायजा लेने भी पहुंचे थे .
घोषनापत्रके तीन बिन्दुओं पर आज फैसला

कोन्फ्रेंस में उन्होंने कहा मीडिया के पत्रकारों को प्रताड़ित करने के जो मामले पिछले 4 – 5 सालों में हुए है वैसा कुछ भी इस सरकार में नहीं होगा .छत्तीसगढ़ के सभी शहीदों का स्मरण किया , साहित्यकारों , कलाकारों को याद किया आभार व्यक्त किया , छत्तीसगढ़ के लोगों में कला के माध्यम से आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया है , सम्मान करता हूँ .
प्रेस कांफ्रेंस में बहुत से मुद्दों पर पूछे गए सवालों के अनुभवों के आधार पर कुशलता से जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि आज का दिन सबकी ख़ुशी की घोषणा करने का दिन है इसके बाद बाकी मुद्दों को भी प्राथमिकता से सुलझाया जायेगा. किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता से निपटाया जायेगा . नक्सली समस्या के समाधान के लिए कहा कि इससे जो मूल पीड़ित पक्ष आदिवासी हैं उनको विश्वास में ले कर उनसे चर्चा करके इस समस्या के समाधान के लिए प्रयास किया जायेगा . सरकार फिजूलखर्ची से बचेगी, तामझाम वाले चले गए हैं, घोषनापत्रके तीन बिन्दुओं पर आज फैसला किया गया है किसानों की ऋण माफ़ी ,जीरम घाटी पर एस आई टी , धान का बोनस मिला कर कुल मिलेगा 2500 रूपया ये फैसला भी केबिनेट ने ले लिया है , जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार भी किया जायेगा .

किसानों से किया था वादा

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने अपनी चुनावी सभा में 10 दिनों के अंदर किसानों के क़र्ज़ माफ़ी की बात कही थी. राहुल कि इस घोषणा का असर ये हुआ के मध्यप्रदेश और में कांग्रेस की सरकार बनने के पहले दिन ही किसानों से किया गया वादा पूरा किया गया.मुख्यमंत्री श्री बघेल शपथ ग्रहण करने के बाद सीधे मंत्रालय पंहुचे हैं जहां वे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक लेकर इसका फैसला लिया. छत्तीसगढ़ के 16.65 लाख के किसानों पर 6100 करोड़ से ज्यादा का क़र्ज़ है. वहीँ किसानों का समर्थन मूल्य के अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि मिलाकर 2500 रुपये प्रति क्विटंल के हिसाब धान खरीदा जाएगा.
भूपेश सरकार का पहला फैसला: किसानों का क़र्ज़ माफ़, धान का समर्थन मूल्य 2500 रूपया किया गया झीरम घाटी कांड की एसआईटी जाँच की घोषणा
रायपुर सोमवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के ठीक बाद भूपेश बघेल ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ करने की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही उन्होने धान का मूल्य 2500 करने सहित झीरम कांड की एसआईटी जाँच कराने का फैसला लिया है.

मुख्यमंत्री ने दिया बैठक का ब्योरा

राज्य मंत्रिपऱिषद की पहली बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में बैठक का ब्योरा दिया. उनके साथ मंत्री टीएस सिंहदेव व ताम्रध्वज साहू भी माैजूद थे. श्री बघेल ने कहा किसानों से संबंधित वादा पूरा करने का फैसला पहले ही दिन कर लिया गया है. झीरम घाटी मामले की जांच के लिए एसआईटी गठन के संबंध में उन्होंने कहा कि यह घटना एक बड़े नरंसहार का था, मामले की जांच कर NIA ने कोर्ट में चालान भी पेश किया है. लेकिन पीड़ितों को न्याय नहींं मिला. उन्होंने ये भी कहा कि जांच के बाद भी षडयंत्रकारी सामने नही आए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार बदले की कार्यवाही नहीं करेगी. जो भी न्यायसंगत होगा वही किया जाएगा. प्रदेश में शराब बंदी धीरे-धीरे की जाएगी.

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