बीजापुर। जिले के एक आरक्षक संतोष कट्टम को नक्सलियोंं ने एक सप्ताह पूर्व 05 मई को अगवा कर लिया था। आरक्षक संतोष कट्टम जाति दोरला निवास जगरगुंडा के ग्राम कामाराम का स्थानिय निवासी है। पुलिस के अनुसार संतोष ड्यूटी से अक्सर बिना बताए गायब रहता था, इसके विरूध्द विभागीय जांच भी चल रहा है। उसके इसी लापरवाही के कारण संभवत: नक्सलियोंं ने संतोष का अपह्रण कर लिया था। संतोष कट्टम के सकुशल वापसी की पुष्टि बीजापुर के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 05 मई को आरक्षक संतोष अपने एक परिचित बीजापुर के किराना व्यावसायी के साथ लाल रंग की स्कूटी से गोरना मेला गया हुआ था। जहां से नक्सलियोंं ने आरक्षक का अपह्रण कर लिया। नक्सलियोंं के द्वारा संतोष के स्कूटी के डिक्की की तलाशी ली गई जिसमें से उसके पहचान पत्र, पुलिस विभाग की सरकारी टीशर्ट, इलेक्ट्रिकल्स के औजार, राशनकार्ड और उसके मोबाइल जप्त कर लिया। ग्राम चेरपाल से 05 किलोमीटर अंदर 11 मई को करीब साढ़े 03 बजे नक्सलियोंं ने जनअदालत लगाया था। संतोष कट्टम की पत्नी के साथ उसकी मंझली बेटी भावना कट्टम भी नक्सलियोंं के जन अदालत तक पहुंचने में कामयाब रही। नक्सलियोंं द्वारा जनअदालत से रिहाई के बाद 11 मई को रात्रि में बीजापुर पहुंच गये थे।
बस्तर आई जी सुंदरराज पी ने बताया कि अपह्ररित आरक्षक से पूछताछ की जा रही है। घटना के बारे में जो भी जानकारी मिलगी उसके आधार पर कार्यवाही की जावेगी।