लड़ाई अभी बाक़ी है, गुंडातत्वो का निलंबन नही हुआ
पत्रकारों का आंदोलन स्थगित हुआ है खत्म नहीरायपुर. पत्रकारों का धरना विरोध प्रदर्शन केवल स्थागित हुआ है, चूंकि अमित शाह भाजपा अध्यक्ष का 15 फरवरी को छत्तीसगढ़ आगमन है अतः भारी दबाव और रणनीति के तहत राजीव अग्रवाल ने पत्रकारों के बीच धरना स्थल प्रेस क्लब के सामने पहुंच कर उस घटना हेतु क्षमायाचना की, किन्तु पत्रकारों की दूसरी मांग 3 कार्यकर्ताओ को पार्टी से निष्कासित किये जाने के मामले में गतिरोध हो गया. भाजपा के राजीव अग्रवाल ने कहा कि अभी पत्रकार धरना प्रदर्शन बंद कर दें पार्टी उन कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस देगी 8 दिनों का समय जवाब देने के लिए देगी उसके बाद आवश्यक होने पर जो भी उपयुक्त होगा कार्यवाही की जाएगी, इस चर्चा के बाद राजीव अग्रवाल प्रेस क्लब धरना स्थल से चले गए, अधिसंख्य पत्रकारों ने धरना प्रदर्शन लगातार जारी रखने पर जोर दिया. बाद में प्रेस क्लब हॉल में पत्रकारों की आपसी बैठक में कुछ लोगों ने धरना 15 दिन स्थगित रख कर भाजपा द्वारा संबंधित आरोपी सदस्यों पर कार्यवाही के लिए 9 दिन का इंतजार करने फिर जरूरत पड़ने पर धरना प्रारंभ करने का सुझाव दिया गया.
भारी शोरगुल और तर्क वितर्क के बीच कुछ पत्रकारों ने समझौता कराने वाले साथियों पर आरोप भी लगाए. ये माना गया कि भाजपा के राज्य संगठन के बड़े नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन को देखते हुए रणनीति के तहत ये प्रस्ताव लाये हैं उनकी नीयत में ही दोषियों को दंडित करना नही है. दरअसल देेेश के अन्य राज्योों में
आंदोलन के विस्तार से भाजपा नेतृत्व परेशान हुआ , झारखंड, ओरिसा, दिल्ली में भी शुरुआत हो गयी थी.
फिलहाल आंदोलन स्थगित है जिसे कभी भी शुरू किया जा सकता है, पंडाल भी लगा हुआ है.
इंडिया न्यूज रूम, रायपुर