मीडिया के लिए आचार संहिता, पेड न्यूज, मीडिया प्रमाणन और मॉनिटरिंग पर कार्यशाला, निर्वाचन की बारिकियों को जाना

छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा लोकसभा निर्वाचन-2019 की तैयारियों के सिलसिले में आज रायपुर के सिविल लाइन स्थित नवीन विश्रामगृह के ऑडिटोरियम में मीडिया के लिए संवेदीकरण कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित की गई. प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वेब मीडिया, समाचार एजेंसियों, एफ.एम. चैनलों, आकाशवाणी और दूरदर्शन के प्रतिभागियों ने बड़ी संख्या में कार्यशाला में हिस्सा लिया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों और वरिष्ठ पत्रकारों ने कार्यशाला में पेड न्यूज, मीडिया प्रमाणन और आदर्श आचार संहिता को लेकर गहन विचार-विमर्श किया. साथ ही ईवीएम और वीवीपैट, निर्वाचन व्यय मॉनिटरिंग और मीडिया प्रमाणन एवं मॉनिटरिंग कमेटी के कार्यों के बारे में भी मीडिया को विस्तार से जानकारी दी गई. देश में पहली बार किसी राज्य में इस तरह की मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया था. कार्यशाला के अंतिम सत्र में पेड न्यूज और निर्वाचन प्रक्रिया पर आधारित लिखित प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने सक्रिय भागीदारी की.उन्होंने कार्यशाला आयोजन की सराहना भी की.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न चरणों की जानकारी लोगों तक मीडिया के जरिए ही पहुंचती है. मीडिया लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के साथ ही निर्वाचन प्रक्रिया में सहभागिता के लिए भी प्रेरित करती है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा निर्वाचन के दौरान मीडिया ने अपनी भूमिका बखूबी निभायी है. निर्वाचन की विभिन्न प्रक्रियाओं और प्रावधानों की बारिकियों से मीडिया को अवगत कराने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है.यह कार्यशाला पत्रकारों के लिए अपनी शंकाओं और जिज्ञासाओं के समाधान का भी मौका है.

 

जनसंपर्क विभाग के आयुक्त तारन प्रकाश सिन्हा ने कार्यशाला में देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इसके गठन के समय से ही किए जा रहे गंभीर प्रयासों को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि आयोग नवाचारों और नई तकनीकों का उपयोग कर संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया को विश्वसनीय और पारदर्शी बनाने में लगातार जुटा हुआ है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आयोग के नए दिशा-निर्देशों और प्रावधानों को समझने में यह कार्यशाला काफी उपयोगी होगी.कार्यशाला से पत्रकारों को अपना काम और बेहतर ढंग से संपादित करने में मदद मिलेगी. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. एस. भारतीदासन तथा संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी समीर विश्नोई और पद्मिनी भोई साहू भी कार्यशाला में शामिल हुए.

कार्यशाला में पत्रकारों ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट मशीन के बारे में अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया. उन्होंने मशीनों को खुद संचालित करके भी देखा. उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यू.एस. अग्रवाल ने ईवीएम में किसी भी तरह के छेड़छाड़ या हैकिंग के खतरों से बचने के भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की गई पुख्ता व्यवस्था की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उत्पादन, प्रोग्रामिंग, परीक्षण, भंडारण, परिवहन, मतदान और मतगणना के दौरान किसी भी स्तर पर इन मशीनों से छेड़छाड़ संभव नहीं है. उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीकांत वर्मा ने आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए आयोग द्वारा किए गए प्रावधानों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि इस दौरान मीडिया को भी संयम बरतने और सावधानीपूर्वक काम करने की जरूरत होती है.  राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर और सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पुलक भट्टाचार्य ने निर्वाचन व्यय मॉनिटरिंग और निगरानी दलों के कार्यों के बारे में मीडिया को जानकारी दी.सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शारदा अग्रवाल ने मीडिया प्रमाणन एवं मॉनिटरिंग कमेटी के कार्यों के साथ ही पेड न्यूज तथा निर्वाचन संबंधी खबरों के कवरेज के दौरान मीडिया द्वारा अपेक्षित सावधानियों एवं एक्जिट पोल के प्रसारण-प्रकाशन की पाबंदी के बारे में विस्तार से बताया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा कार्यशाला स्थल पर मतदाता जागरूकता अभियान ‘स्वीप’ पर आधारित आकर्षक फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई.

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