आदिवासी प्रदेशाध्यक्ष से जनजातीय वोटो को साधने की कोशिश !
कांकेर. विपरीत परिस्थितियों में प्रदेश भाजपा की कमान संभालने के बाद विक्रम उसेंडी अपने गृह जिला पहुंचे, जहां शहर में उनका स्वागत किया गया. खुले जीप में प्रदेश अध्यक्ष लोगों का अभिवादन स्वीकारते निकले. स्वागत रैली में प्रदेश अध्यक्ष के साथ पूर्व विधायक भोजराज नाग, सेवक राम नेताम, डॉ.सुभाष कश्यप, सुमित्रा मारकोले, श्रीनिवास राव मद्दी,जिलाध्यक्ष हलधर साहू, भरत मटियारा भी साथ थे.
स्वागत कार्यक्रम में अपने उदबोधन में उसेंडी ने कहा कि- ‘राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. इस जिम्मेदारी को निभाने में सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग जरुरी है. एक सांसद, मंत्री और विधायक के रुप में जैसा सहयोग सभी का मिलता रहा है। उम्मीद है कि आगे भी उसी तरह का सहयोग मिलेगा. गौरतलब है कि तीन दिन पूर्व कांकेर के आदिवासी सांसद विक्रम उसेंडी को भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है. विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में करारी हार के बाद विक्रम को संगठन की जिम्मेदारी मिलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है.
स्वागत सभा का संचालन अशोक वलेचा ने किया।.इस मौके पर संगठन मंत्री विष्णु देव साय, महेश जैन, दीपक खटवानी, विजय मंडावी, किरण उसेंडी, अनिता नेताम हिरा मरकाम, भागवत नेताम, आलोक ठाकुर, दिलीप जायसवाल, शालिनी राजपूत, उर्मिला नेताम, आसिफ शेखानी, दिनेश रज्जक, पप्पु मोटवानी, अरुण कौशिक, उपस्थित थे.
लोकसभा चुनाव में आदिवासी अध्यक्ष बना कर पार्टी ने आदिवासी क्षेत्रों में घटते वोट बैंक को मद्देनज़र रखते हुए अपने भरोसेमंद पिछले लोकसभा के विनिंग उम्मीदवार को प्रदेश अध्यक्ष बना कर सन्देश देने की कोशिश की है , जो बिखरे मतदाताओ और शिथिल संगठन को कितना प्रेरित कर पायेगा 23 मई 2019 को पता चलेगा .