गतिविधियों और प्रयोगों से विज्ञान के सिध्दांतों को जाना गया

केशकाल. विज्ञान के प्रयोगों के ज्ञानवर्धक, मनोरंजक सिलसिले बाल विज्ञान मेले में इरागांव मिडिल और हाई स्कूल के बच्चों के बीच चलते रहे , अवसर था बाल विज्ञान मेले का, जो 26 एवं 27 मार्च को स्कूल परिसर में आयोजित था. टेलिस्कोप से नक्षत्र दर्शन का लाभ छात्र छात्राओं के साथ ग्रामीणो को भी मिला.

बाल विज्ञान मेला कोंडागांव (बस्तर) के इस सघन प्रभावित क्षेत्र माने जाने वाले इलाके में पहली बार आयोजित हुआ.

कोंडागांव जिले के दूरस्थ आदिवासी क्षेत्र केशकाल ब्लाक के मध्यबस्तर की अबूझमाड़ की सीमा से लगे क्षेत्र में विज्ञान प्रसार, नईदिल्ली के सहयोग से छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा इस बार बाल विज्ञान मेले का आयोजन पूर्व निर्धारित शैक्षणिक गतिविधि के अंतर्गत किया गया.
कोंडागांव जिले के केशकाल विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तथा माध्यमिक शाला इरागांव में 26 मार्च से 27 मार्च 2019 तक ये बाल विज्ञान मेला छात्र छात्राओं के मध्य वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा ज्ञान की जिज्ञासा बढ़ाने किया गया .छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के प्रदेश सचिव पी सी रथ नेे बताया कि विगत एक माह से इसकी तैयारियां चल रही थी. जनविज्ञान केंद्र कांकेर के वैज्ञानिक एल आर सिन्हा एवं क्षेत्र के उत्साही विज्ञान शिक्षक गण शिवकुमार मंडावी, शत्रुघन सिंह टेकाम, राधेश्याम कौशिक , राजकुमार साहू, गीतेश्वर साहू, नरसुराम मरकाम, लक्ष्मण सिंह ध्रुव, श्याम साय सलाम वहां की तैयारियों को अंतिम रूप देते रहे .
रायपुर , कोंडागांव , कांकेर की टीम विज्ञान सभा इसके लिये 26 मार्च की सुबह केशकाल धनोरा होते हुए इरागांव पहुंची, उन्होंने पूरी ऊर्जा के साथ इस दो दिवसीय बाल विज्ञान मेले में भौतिक विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जीवविज्ञान, रसायन विज्ञान, खगोल विज्ञान एवं सामान्य विज्ञान के प्रयोग छात्र छात्राओं के मध्य उनकी सहभागिता से किये गए. प्रदेश सचिव पी सी रथ ने विभिन्न रूढ़िवादिता तथा अंधविश्वासों के बारे में उन्हें जागरूक करने विज्ञान के चमत्कारों का प्रदर्शन किया, उनकी व्याख्या करके जनमानस में व्याप्त अंधविश्वासों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने की अपील की. झाड़फूंक और तंत्र मंत्र के लिए बैगा ओझा के चक्कर से बचने तथा शासकीय हस्पतालों में इलाज हेतु जाने को प्रेरित किया गया.

सांपो के संबंध में समाज में प्रचलित विभिन्न अन्धविश्वास के बारे में वैज्ञानिक तथ्यों द्वारा उनका खंडन किया गया तथा विभिन्न जहरीले गैर जहरीले सांपो की पहचान के लिए सांपो की रंगीन तस्वीरों वाले पोस्टर वितरित किये गए, जहरीले सांप के काटने पर तुरंत हस्पताल ले जाने एवं एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन से ही उसका इलाज कराने की सावधानी रखने कहा गया. टोनही टोटका की बुराइयों से समाज को दूर रखने के लिए समाज मे जागरूकता अपने अपने परिवारों के माध्यम से पहल करने छात्र- छात्राओं को कहा गया.
हवन कुंड में घी डालते ही स्वतः अग्नि उत्पन्न होने, नारियल में जल छिड़कते ही अग्नि ज्वाला निकलने , गोमूत्र की तरह अन्य भैस आदि के मूत्र से भी समान परिणाम निकलने के चमत्कार दिखाए गए. वैज्ञानिक एल आर सिन्हा ने बिना पर्ची देखे कर्णपिशाच के माध्यम से सही सही विवरण बताने के साथ -साथ मनोरंजक कहानियों के माध्यम से वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिये दृष्टांत प्रस्तुत किया.
आहार श्रृंखला के माध्यम से प्रकृति के समस्त जीवों और वनस्पतियों के संतुलित व्यवस्था को विभिन्न वैज्ञानिकों के नाम पर 6 समूहों में विभक्त छात्र छात्राओ ने समझा. हाथ की सफाई, जादू और विज्ञान के चमत्कारों के माध्यम से वे अंधविश्वासों के खिलाफ़ जागरूक हुए.
कार्यक्रम में एक्सिस बैंक आमाबेड़ा के प्रबंधक ऐश्वर्य सिन्हा भी वर्तमान डिजिटल बैंकिंग सिस्टम में धोखाधड़ी से बचने के लिए रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी छात्रों के देते हुए शामिल हुए, बैंक के नाम से किसी के भी द्वारा फोन किये जाने पर कोई विवरण बैंक खाते या ए टी एम कार्ड का न देने तथा ऐसी घटना हो जाने पर तुरंत बैंक में जानकारी दे कर खाता स्टॉप कराने का आग्रह उन्होंने किया.

इरागाव क्षेत्र इंटरनेट सुविधाओं से पूरी तरह वंचित है तथा अक्सर बिजली गुल होने के कारण यहां मोबाइल चार्जिंग के लिए भी समस्या बनी रहती है ऐसे में सोलर लालटेन जैसे डिवाइस जिसमें मोबाइल टार्च चार्ज करने की सुविधा होती है बहुत उपयोगी साबित हो रहे हैं.
विज्ञान मेले में विभिन्न शासकीय स्कूलों के लगभग 102 बच्चों तथा 10 शिक्षकों की भागीदारी रही.

लेसर लाईट, आईने के माध्यम से प्रकाश अपवर्तन, परावर्तन, संचरण के प्रयोग, चुम्बक के विविध प्रयोग विज्ञान रिसोर्स पर्सन के द्वारा छात्रों से करवाये गए.

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