गरियाबंद। जिस तरह पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने तहलका मचाया हुआ है उसी तरह गरियाबंद जिले के आदिवासी विकास खंड छुरा में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को दी जाने वाली राशन सामग्री में भारी हेराफेरी चोरी का मामला अभी चल रहा है । इस बीच बीती रात सोमवार को फिर एक राशन दुकान में चोरी का मामला सामने आया है सुबह मंगलवार को दुकान में ताला टूटा हुआ पाया गया जिसकी रिपोर्ट सेल्समैन टिकेश्वर ध्रुव व शाखा प्रबंधक हरिराम द्वारा छुरा थाने में किया गया । ब्लॉक मुख्यालय छुरा से लगभग 10 किलोमीटर दूर दुल्ला राशन दुकान में चोरों ने रात में माल उड़ाया लेकिन उक्त स्थल में चार पहिया वाहन के निशान भी नहीं थे ।

ज्ञात हो कि विकासखंड छुरा के अंदर पिछले 2 माह पूर्व पीडीएस के चावल एवं चना की चोरी करते फिंगेश्वर पुलिस ने ट्रक को पकड़ा था जिसमें भारी मात्रा में चावल और चना बरामद कर 16 लोगों की गिरफ्तारी कर मामले की जांच अभी चल रही है ।यह मामला ठंडा नहीं हुआ था उसके बाद खंडमा सोसाइटी के अंतर्गत ग्राम गायडबरी का राशन लगभग 60 क्विंटल सेल्समैन द्वारा उसे वितरण ना करके करें सरगांव में रख दिया उसके बाद खुद ही इन लोगों ने पंचनामा तैयार कर उसे खंडमा गोदाम में रखवा दिया इस मामले की जांच के लिए विगत दिनों फिंगेश्वर पुलिस एसडीएम गरियाबंद तहसील दार छुरा सहित अन्य अधिकारियों ने जांच की थी । इस तरह पीडीएस मामले में हेराफेरी और चोरी को लेकर विकासखंड छुरा हॉटस्पॉट बना है । बता दें कि ब्लॉक में राशन की चोरी की यह नया मामला नहीं है । पांडुका क्षेत्र के सोसाइटी में भारी मात्रा में इसी तरह राशन कि मामला गड़बड़ी का मामला सामने आया था जिसमें आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई जिसको लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने आवाज उठाई थी पर उच्च अधिकारियों के साठगांठ से गरीबों के राशन में डाका डाला जा रहा है ।

इसमें कोई बड़ी कार्रवाई आज तक नहीं की गई है इस बारे में ना तो क्षेत्र के विधायक ना सांसद नाही जिला जनपद के बैठे जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं इस तरह एक के बाद एक गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है और प्रदेश की सरकार और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि चुप हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। बीती रात हुई चोरी की घटना फिर एक बार जिले में तहलका मचाया है या फिर राशन की चोरी को लेकर फिर कहानी गढ़ी जा रही है। सूत्रों से पता चला है केंद्र सरकार द्वारा कोरोना काल में गरीबों को जो अतिरिक्त राशन राज्य सरकार द्वारा के साथ मिलाकर वितरण के लिए चावल दिया गया था उसे वितरण ना करके जमा कर दिया गया और जिसकी हेरा फेरी उच्च अधिकारी और सेल्स मिलकर करने लगे किसी तरह का मामला धीरे-धीरे उजागर हो रहा है पर इसमें बड़ी कार्यवाही नहीं हो रही है । सरकारी राशन की चोरी बदस्तूर जारी है और सीधा सीधा गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है।

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