धमतरी। जिले में कई ऐसे नवयुवक हैं जो मातृभूमि की रक्षा के लिए देश की सीमा पर जाने को उत्सुक है। देश की सुरक्षा की खातिर अपने तन पर वर्दी सजाना चाहते हैं लेकिन उचित मार्गदर्शन के अभाव में उनका सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। युवाओं के इस सपने को साकार करने रिटायर्ड फौजी लोकेश साहू ने बीड़ा उठाया है। रुद्री महानदी की किनारे पेड़ के नीचे अलसुबह युवाओं को नि:शुल्क फिजिकल ट्रेनिंग देकर उनके सपने को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
493773 न्यूज फॉर एवरीवन से चर्चा करते हुए रिटायर्ड सैनिक लोकेश साहू ने बताया कि सेना में 17 साल तक नौकरी करने के बाद वे मार्च 2020 में हवलदार के पद से रिटायर हुए। सेना की नौकरी से रिटायर तो हुआ लेकिन देश की सेवा करने का जो जुनून था वह आज भी मेरी रगों में दौड़ रहा है।

फिर मैंने सोचा यहां के नवजवानों को देश की सेवा के लिए तैयार किया जाए। मैंने युवाओं को नि:शुल्क फिजिकल ट्रेनिंग देना शुरू किया। 15 अगस्त से ट्रेनिंग की शुरुआत हुई 7 शरुआती दौर में पहले 5-6 बच्चे आते थे लेकिन अब 90 से 100 बच्चे आ रहे हैं जिनमें से 50 लड़की और 40 लड़कों का पंजीयन हुआ है 7 प्रयास एजुकेशन के माध्यम से क्चस्स्न, ्रक्ररूङ्घ, ष्टढ्ढस्स्न, क्कह्ररुढ्ढष्टश्व, ष्टक्रक्कस्न, हृ्रङ्कङ्घ, हृ्रक्रस्श्व, रूहृस् , हृष्ठ्र, ष्टष्ठ्र, ्रढ्ढक्रस्नह्रक्रष्टश्व की फिजिकल ट्रेनिंग दे रहे हैं । ट्रेनिंग सुबह 5:30 बजे से शुरु होकर 7:30 बजे तक 2 घंटे चलती है।
ट्रेनिंग से पहले मैदान की साफ-सफाई के साथ युवाओं के जूते को पूरी तरह से सेनेटाइज किया जाता है। ट्रेनिंग के दौरान सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह पालन किया जाता है। ट्रेनिंग की शुरुआत जन गण मन से होती है। उसके बाद अन्य एक्टिविटीज सिखाये जाते हैं। मेडिटेशन को भी अपनी इस ट्रेनिंग में शामिल किया गया है ।15 मिनट तक ओम शब्द का उच्चारण कराया जाता है । उन्होंने बताया कि ओंकार की ध्वनि दुनिया में जितने भी मंत्र हैं उन सबका केंद्र है 7ओम शब्द के उच्चारण मात्र से शरीर में एक सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है7 उन्होंने आगे बताया कि गोकुलपुर निवासी व दिल्ली में पदस्थ ष्ठस्क्क वेदप्रकाश नागेंद्र पिछले माह छुट्टी पर धमतरी आए थे। जब उन्हें युवाओं को नि: शुल्क फि जिकल ट्रेनिंग देने की जानकारी मिली तो वे कॉफी खुश हो गए और ट्रेनिग स्थल पहुंचकर युवाओं का मनोबल बढ़ाया। अपने अनुभव भी शेयर किये जिससे नवजवान काफी प्रभावित हुए।
लोकेश साहू ने आगे बताया कि ट्रेनिंग के बारे में पुलिस अधीक्षक क्चक्क राजभानु को जानकारी दी गइ। स्क्क ने भी उनके कार्यों की तारीफ करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया । उनके इस कार्य में पुरुषोत्तम कुमार भी सहयोग कर रहे हैं। ट्रेनिंग का लाभ ले रही करेठा निवासी खुशबू सिन्हा ने बताया कि वह नूतन स्कूल में 12वीं कक्षा में अध्ययनरत है। सुबह जल्द उठकर घर का काम -काज निबटाकर ट्रेनिंग के लिए आती है। उन्होंने बताया कि दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी फतह करने वाली अरुणिमा सिन्हा के जज्बे को देखकर सेना में जाने का निश्चय किया। एक पैर आर्टिफिशियल (नकली) होने के बावजूद उन्होंने जिन विषम परिस्थितियों का सामना किया। वह महिलाओं के लिए एक मिसाल ह। उनका सपना है कि मैं भी सेना में जाकर मातृभूमि की तरफ आंख उठाने वाले दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दूं । उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग में लोकेश सर का पूरी तरह मार्गदर्शन मिल रहा है।
कीर्तन कुमार बारहवीं का स्टूडेंट है। उन्होंने बताया कि वह परेवाडीह से ट्रेनिंग के लिए आते हैं। उन्हें बचपन से ही आर्मी में जाने का सपना था और अपने इस सपने को इस ट्रेनिंग के माध्यम से साकार करेंगे। विंध्यवासिनी वॉर्ड धमतरी निवासी लक्की बघेल कक्षा ग्यारहवीं की पढ़ाई कर रहे है। उन्होंने स्कूल में हृष्टष्ट ज्वाइन की है। उन्होंने बताया कि वह आर्मी में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहते हैं । इसी तरह कारगिल चौक निवासी रवि कुमार क्कत्र कॉलेज धमतरी में बीए फस्र्ट ईयर का छात्र ह। वह भी अपने तन पर वर्दी सजाना चाहते है। रुद्री निवासी प्रीतम वर्मा ने बताया कि वह बीई थर्ड सेमेस्टर का छात्र है । उन्होंने दो दिन पहले ही ट्रेनिंग का हिस्सा बने हैं। आज लाखों लोग शिक्षित बेरोजगार नौकरी की तलाश में घूम रहे है । वह इंडियन आर्मी में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहता है । मातृभूमि की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है । आज के युवाओं में देश भक्ति का जज्बा कूट-कूटकर भरा हुआ है। भारत भूमि की रक्षा के लिए युवाओं को आगे आना होगा तभी हमारे जीवन की सार्थकता है।

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