रायपुर। प्रदेश के गृहमंत्री व अन्य पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताम्रध्वज साहू ने केन्द्र सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार का किसान विरोधी यह विधेयक किसानों को सीधे-सीधे कॉर्पोरेट व निजी कंपनियों की गुलाम बनाने की साजिश है।
श्री साहू ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानों का शोषण करने के ध्येय से देश में नए किसान अध्यादेश लेकर आई है। मैं स्वयं किसान का बेटा हूँ, कृषक पृष्टभूमि से आता हूँ इसीलिए यह कह सकता हूँ की यह बिल पूरी तरह से किसान विरोधी है और मैं इस देश के अन्य सभी किसान साथियों की तरह इस बिल का पुरजोर विरोध करता हूँ। उन्होंने अध्यादेश में किसान विरोधी कारणों को गिनवाते हुए कहा कि अगर मंडियां खत्म हो गई तो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाएगी जिससे किसानों में अफ रातफ री व असंतोष का माहौल उत्पन्न होगा। इन विधेयकों में कीमतों को तय करने का कोई तंत्र नहीं है। जायज़ है कि इस व्यवस्था से निजी कंपनियां किसानों का शोषण करेंगी और उन्हें उचित मूल्य प्राप्त नहीं होगी। किसानों की ज़मीन निजी कंपनियों व कॉर्पोरेट के हाथों में चली जाएगी। प्राइवेट व्यापारी इस जरिए फसलों की जमाखोरी करेंगे। इससे बाजार में अस्थिरता उत्पन्न होगी और महंगाई बढ़ेगी। ऐसें में इन्हें नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता है जिसके बारे में इस बिल में कोई प्रावधान नही किया गया है। अगर फसलों के उचित दाम नहीं दिए जाएंगे तो किसान राज्य दर राज्य जाकर अपनी फसलें बेंचने की कोशिश करेंगे. ऐसे में सभी राज्य सरकारों को फसल संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस अध्यादेश को लाने से उपज के स्टोरेज में कालाबाजारी बढ़ेगी जिससे हर तरफ अव्यवस्था उतपन्न होगी और खाद्य सुरक्षा कमजोर होगी।