3 बार छिड़काव के बाद भी 6 एकड़ की धान की फसल नही बची थी….
दुर्ग , जिले के मातरोडीह गांव में एक किसान के आत्महत्या कर लेने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। किसान दुर्गेश निषाद ने मृत्यु पूर्व लिखा एक पत्र छोड़ा है जिसमें उसने चौकाने वाले खुलासे किये है। किसान ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि नकली कीटनाशक के इस्तेमाल से 6 एकड़ की फसल खराब हो गई। मैंने तीन बार दवा खेतों में डाली,फिर भी फसल बची नहीं बल्कि और खराब हो गई, जिसकी वजह से मैं खुदखुशी कर रहा हूँ।
खेत में दवा छिड़काव के बावजूद कीटों ने उसकी पूरी फसल को बर्बाद कर दिया और उसे कर्ज में डूबो दिया। भारतीय किसान की यही त्रासद स्थिति है जिसमे मानसून और पानी की अच्छी स्थिति के बावजूद इस तरह से फसल को नुक्सान की आशंका अंत तक बनी रहती है ऊपर से महंगे कीटनाशक के नकली एवँ अप्रभावी होने का नुकसान भी उसे उठाना पड़ता है .