नई दिल्ली, 9 फरवरी 2021, जनता के बुनियादी मुद्दों पर लगातार रिपोर्टिंग कर रहे छोटे स्वतंत्र मीडिया समूहों पर मोदी राज में हमलों का दौर जारी है। सत्ता के ख़िलाफ़ उठने वाली आवाज़ों को कुचला जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने न्यूज़क्लिक के सैदुल्लाह, दिल्ली स्थित कार्यालय तथा एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ और प्रांजल के ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने छापेमारी की जानकारी देने से इंकार किया है। लेकिन ईडी के इन छापों को स्वतंत्र मीडिया की आवाज दबाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। ये भी सूत्रों से पता चला है कि एंकर अभिसार शर्मा के स्टूडियो तथा निवास में भी छापेमारी की गई है. अपनी धार दार रिपोर्टिंग के लिये कम समय में ही पहचान बना लेने वाले न्यूज क्लिक से सभी तरह के सत्ता से जुड़े प्रतिष्ठान खबरों की आंच महसूस कर रहे थे, the wire में जारी रिपोर्ट में इस घटना को स्वतंत्र न्यूज मीडिया पर दबाव बनाने की साज़िश का हिस्सा रेखाँकित किया गया है।
रायपुर : आज रायपुर में अनेक संपादकों पत्रकारों तथा संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है तथा इसे सरकार का दबाव बढ़ाने का कदम माना है क्योंकि दिल्ली की सीमाओं में 72 दिनों से जारी किसान आंदोलन की बेबाक रिपोर्टिंग करने में न्यूज क्लिक ने पर्याप्त विश्वसनीयता अर्जित की है। स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन छत्तीसगढ़, रायपुर के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ पत्रकार पी सी रथ ने इस मामले को पत्रकारिक मूल्यों के खिलाफ सरकार का तानाशाही रवैया मानते हुए तीखी आलोचना की है। उनका कहना है कि साफ सुथरी किन्तु बेबाक पत्रकारिता के उदाहरण रहे न्यूज क्लिक के प्रबीर पुरकायस्थ तथा अभिसार शर्मा के खिलाफ की जा रही इस दबावपूर्ण कार्यवाही का प्रदेश के पत्रकार कड़ी आलोचना करते हैं।
आज यूनियन के महासचिव नसीम मोहम्मद ,रंगकर्मी तथा फिल्मकार शेखर नाग, अजय कन्नौजे, एल आई सी यूनियन के सीटू यूनियन के धर्मराज महापात्र, जनवादी नौजवान सभा के प्रदीप गभने, इपता के निसार अली, आर डी आई ई यू के के के साहू, पवन साहू, एम् पी एम् एस आर यू के नवीन गुप्ता, प्रदीप मिश्रा, अपूर्व गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार जो भी मौजूदा निजाम के नीतियों पर सवाल उठाए उनके खिलाफ सरकारी तंत्र और प्रवर्तन निदेशालय तक का इस्तेमाल कर रही है। आज नागरिक समूहों द्वारा रायपुर के हृदय स्थल अंबेडकर चौराहे में शाम 6 से 7.30 तक विरोध प्रदर्शन करके स्वतंत्र पत्रकारिता पर सत्ता के हमले की निंदा की गई, वक्ताओं ने कहा न्यूज क्लिक और अभिसार शर्मा के सच्चाई उजागर करने वाली रिपोर्ट्स से आहत केंद्र सरकार किसी भी कीमत पर दबाव डाल कर इन्हें डराना चाहती है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता है। सरकार की कार्यवाही नही रुकेगी तो विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जिला मुख्यालयों तक जाएगा।
पत्रकारों की आवाज दबाना बंद करे मोदी सरकार- स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन छत्तीसगढ़
स्वतंत्र वेब पोर्टल न्यूज क्लिक के संस्थापक प्रवीर पुरकायस्थ और उससे जुड़े स्वतंत्र पत्रकार अभिसार शर्मा के घरों पर प्रवर्तन निदेशालय के छापों को सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों की आवाज दबाने और जो भी गोदी मिडिया न बने उसके कलम पर हमला करार देते हुए पत्रकार संगठन, नागरिक संगठन, ट्रेड यूनियन व जनसंठन के कार्यकर्ताओं, कलाकारों ने इसका तीव्र विरोध करते हुए मोदी सरकार से ऐसे अलोकतांत्रिक कदमों को तत्काल बंद करने की मांग की ।
आज शाम आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सरकारी संस्थाओं का इस्तेमाल कर पत्रकारों की आवाज दबाने के प्रयासों का तीव्र विरोध करते हुए धर्मराज महापात्र ने कहा कि केंद्र सरकार जो भी मौजूदा निजाम के नीतियों पर सवाल उठाए उनके खिलाफ सरकारी तंत्र और प्रवर्तन निदेशालय तक का इस्तेमाल कर रही है । यह न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वरन लोकतंत्र की मूल आत्मा पर ही हमला है जिसे हमारे लोकतंत्र में कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता । प्रदर्शन के दौरान जन गीत गाकर, राजेश जोशी व असगर वजाहत की कवितओं पर एकल नाटक खेलकर रंगकर्मी निसार अली ने पत्रकारिता पर दमन और कलम की आवाज को दबाने प्रतिरोध के स्वर अभिव्यक्त किए । प्रदर्शन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर न्यूज क्लिक व अभिसार शर्मा के खिलाफ प्रवर्तन निर्देशालय के फर्जी प्रकरण वापस लेने की मांग की गई ।