घी को सेहत के लिए बताया गया हानिकारक
नई दिल्लीः विभिन्न स्वदेशी खान पान की वस्तुओं का व्यापार करने वाली बाबा रामदेव की हरिद्वार स्थित कंपनी पतंजलि  को एक बड़ा झटका लगा है. उनका पतंजलि ब्रांड (Patanjali) का गाय का घी खाद्य सरक्षा और औषधि विभाग की जांच में फेल हो गया है.  खाद्य सरक्षा और औषधि विभाग ने पतंजलि ब्रांड (Patanjali) के गाय के घी का सैंपल उत्तराखंड (Uttarakhand) के टिहरी की एक दुकान से लिया और उस सैंपल को राज्य की प्रयोगशाला में भेजा गया. घी के सैंपल के टेस्ट का रिज़ल्ट काफी चिंताजनक आया जो पंतजलि (Patanjali) के लिए बुरी खबर है. सैंपल के टेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि घी में मिलावट की गई थी और घी मानकों के अनुरूप नहीं था जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है.
पतंजलि ने रिपोर्ट को ही गलत घोषित किया
आपको बता दें कि खाद्य सरक्षा और औषधि विभाग ने साल 2021 में उत्तराखंड के टिहरी की एक दुकान से सैंपल लिए जिसके जांच के लिए उत्तराखंड की प्रयोगशाला भेजा गया. राज्य की प्रयोगशाला के जांच नतीजों में ये साफ हो गया कि पतंजलि (Patanjali) के घी में मिलावट की गई है और पतंजलि का घी सेहत के लिए हानिकारक है. टिहरी जनपद के घनसाली की दुकान से लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट को पतंजलि ने मानने से इंकार कर दिया और पतंजलि ने राज्य की लैबोरेट्री की रिपोर्ट को गलत घोषित किया।
घी के सैंपल के टेस्ट का रिज़ल्ट काफी चिंताजनक आया जो पंतजलि (Patanjali) के लिए बुरी खबर है. सैंपल के टेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि घी में मिलावट की गई थी और घी मानकों के अनुरूप नहीं था जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है.

दूसरी ओर टिहरी जनपद के घनसाली की दुकान से लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट को पतंजलि ने मानने से इंकार कर दिया और पतंजलि ने राज्य की लैबोरेट्री की रिपोर्ट को गलत घोषित किया. केंद्रीय प्रयोगशाला में भी फेल हुआ सैम्पल
गौरतलब है कि खाद्य सरक्षा और औषधि विभाग ने घी का सैंपल एक बार फिर जांच में दिया लेकिन इस बार विभाग ने केंद्र की प्रयोगशाला में सैंपल भेजा और नतीजा वही निकला. पतंजलि ब्रांड का घी केंद्रीय प्रयोगशाला में फेल हो गया. ऐसे में अब खाद्य सरंक्षा और औषधि विभाग खाद्य सरंक्षा और औषधि विभाग टिहरी जनपद के SDM कोर्ट में वाद दायर करने जा रही है.

चावल के सैंपल की भी रिपोर्ट फेल
इस मामले में खाद्य सरक्षा अभिहित अधिकारी एमएन जोशी ने कहा कि “प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार पतंजलि घी में मिलावट और घी मानकों के अनुरूप ना मिलने और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है.” उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा में चंबा-धरासू राजमार्ग पर स्थित सेलू पानी में एक होटल से खाने का चावल का सैंपल लिया गया और चावल के सैंपल की भी रिपोर्ट फेल पाई गई है. उन्होंने जानकारी दी कि उस चावल में बड़ी मात्रा में कीटनाशक मिलने की पुष्टि हुई है.

जांच में घी मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया और उसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया

चूंकि सैंपल फेल हो गया तो खाद्य संरक्षा विभाग के द्वारा पतंजलि कंपनी को नोटिस जारी किया इस पर पतंजलि ने राज्य की लैबोरेट्री की रिपोर्ट को ही गलत बता दिया,

फिर खाद्य संरक्षा और औषधि विभाग ने घी का सैंपल की दुबारा जांच के लिए केंद्र की प्रयोगशाला में भेजा, अब भी नतीजा वही निकला. पतंजलि ब्रांड का घी केंद्रीय प्रयोगशाला में भी फेल हो गया

अब खाद्य सरंक्षा और औषधि विभाग टिहरी जनपद के SDM कोर्ट में वाद दायर करने जा रही है.

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