पटना। लालू प्रसाद यादव के बिना लोकसभा चुनाव लड़ी राष्ट्रीय जनता दल की करारी हार हुई. कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतरी पार्टी को एक भी सीट हाथ नहीं, जबकि कांग्रेस को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा. हार पर समीक्षा करने के लिए आरजेडी की समीक्षा बैठक में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग उठने लगी. हालांकि पार्टी के कुछ नेता उनके साथ खड़े दिखाई दिए, जिनमें उनके भाई भी शामिल है. हालांकि तेज प्रताप यादव ने उन्हें चिट्ठी लिखकर खरी-खरी सुना दी.
समीक्षा बैठक में नहीं पहुंचे तेज प्रताप ने उन्हें चिट्ठी लिखकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि यह चुनाव हमने पिताजी के बिना लड़ा. उन्होंने हमेशा आत्मसम्मान से लडऩा सीखाया. उन्होंने पत्र में खुद को टिकट नहीं देने पर भी अपनी नाराजगी जताई. तेज प्रताप ने कहा कि हार की जिम्मेदारी भी उन्हें लेनी चाहिए जिन्होंने टिकट बांटे हैं. उन्होंने तल्खी भरे अंदाज में कहा कि मैंने सिर्फ दो सीटें मांगी जो मुझे नहीं दी गईं. हालांकि तेज ने अपने भाई का समर्थन करते हुए कहा कि आपको ही नेता प्रतिपक्ष बने रहना है. इसलिए जो लोग आपका इस्तीफा मांग रहे हैं मैं उनका विरोध करता हूं. मुझे नई लड़ाई शुरू करनी हैं. उन्होंने कहा इस लड़ाई को मैं ईवीएम हटाओ देश बचाओ का नाम देता हूं और इसके लिए निकल रहा हूं. उन्होंने 2020 में विधानसभा चुनाव के लिए भी अपने भाई को कुछ टिप्स दिए हैं.