एक सप्ताह में जाँच प्रतिवेदन कमिश्नर बस्तर को सौंपना होगा .
जांच दल में बीजापुर और जगदलपुर के वरिष्ठ पत्रकार भी बनाये गए सदस्य
पत्रकारों के आंदोलन को मिला सर्व आदिवासी समाज का समर्थन.
जगदलपुर. बस्तर कमिश्नर अमृत खलखो ने बीजापुर में हुए पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित कर दी है. कमेटी में चार सदस्यों को शामिल किया गया है, जिन्हें एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन तैयार कर कमिश्नर को सौंपना होगा. बुधवार को बस्तर जिला पत्रकार संघ के सदस्य ने घटना को लेकर मुख्यमंत्री के नाम बस्तर कमिश्नर अमृत खलखो को ज्ञापन सौंपा. कमिश्नर ने पूरे मामले को लेकर जांच कमेटी बैठा दी, कमेटी में अपर कलेक्टर जगदलपुर जगदीश सोनकर,बस्तर जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष एस करीमुद्दीन, वरिष्ठ पत्रकार मनीष गुप्ता और बीजापुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष गणेश मिश्रा को समिति में शामिल किया गया है. उक्त कमेटी शिकायत के आधार पर पूरे मामले की जांच कर एक सप्ताह में जाँच प्रतिवेदन कमिश्नर के पास प्रस्तुत करेगी.
पत्रकारों के साथ ज़िला पंचायत CEO राहुल वेंकट ने की बदसलूकी. पत्रकारों के कैमरे और मोबाइल छीन लिया था ज़िला पंचायत CEO ने। 8 पत्रकारों के दल के साथ CEO ने की बदसलूकी. पत्रकार को अपने 200 कर्मचारियों के सामने पीटने तक की दी धमकी. ODF में भ्रष्टाचार की खबर से बौखलाए थे CEO। कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद लौटाए गए मोबाइल और कैमरे। घटना के बाद ज़िले के साथ ही प्रदेश भर के पत्रकारों में आक्रोश है कई संगठनो ने शासन को विज्ञप्ति दे कर दुर्व्यवहार करने वाले अधिकारी पर कार्यवाही की मांग की है.
सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी पहुंचे पत्रकारों के धरना स्थल. पदाधिकारियों की मांग थी कि जल्द हो बेलगाम CEO पर कार्रवाई, और इसके लिए उन्होंने पत्रकारों को समर्थन की घोषणा की. कदम से कदम मिलाकर इस आंदोलन में पत्रकारों के साथ रहेंगा सर्व आदिवासी समाज ऐसा उनका कथन था . ज़िला पंचायत CEO के दुर्व्यवहार से आहत हैं प्रदेश भर के पत्रकार और प्रदेश के कई स्थानों पर प्रशासन को इस सम्बन्ध में जल्द कार्रवाही हेतु ज्ञापन दिया गया . संभाग मुख्यालय बस्तर में भी वरिष्ठ पत्रकारों ने इस सम्बन्ध में ज्ञापन दिया, कांकेर, बसना ,महासमुंद , रायपुर सभी जगहों से व्यापक एकजुटता दिखाई जा रही है , स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष पी सी रथ, महासचिव नसीम मोहम्मद , उपाध्यक्ष घनश्याम गुप्ता ने ऐसी घटनाओ पर चिंता जाहिर करते हुए शासन से शीघ्र कार्रवाही करते हुए पत्रकारों के लिए उपयुक्त सुरक्षा की मांग की है , पीड़ित पत्रकारों को करीब 200 कर्मचारियों से पिटवाने की धमकी की निंदा करते हुए ऐसे अधिकारी को तत्काल जाँच करके दण्डित करने की मांग की गयी है .अन्य कई स्थानों पर इस अधिकारी की तैनाती के समय इसी तरह की कई शिकायतें पूर्व में भी मिलने का जिक्र पत्रकारों ने अपनी शिकायतों में किया है. बीजापुर में ज़िला पंचायत CEO पर कार्रवाई और प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर ज़िले के पत्रकार आंदोलनरत रहे हैं . पत्रकारों का प्रदर्शन दूसरे रोज भी जारी रहा था .