हजारों निर्दोष आदिवासियों को जल्द रिहा करें प्रदेश सरकार : सर्व आदिवासी समाज
जगदलपुर. आगामी 9 अगस्त को बस्तर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में आदिवासी समाज के द्वारा बड़ी धूमधाम से आदिवासी दिवस मनाया जाएगा. आदिवासी दिवस के दिन ही सर्व आदिवासी समाज के द्वारा अपनी संवैधानिक एवं नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा तथा ज्वलंत समस्याओं को लेकर सरकार को पूर्व में सौंपे गए ज्ञापन का स्मरण करायेंगे. उक्त बातें सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष तथा बस्तर संभाग प्रभारी राजाराम तोड़ेम ने प्रेसवार्ता में कही है.
उन्होंने कहा कि आगामी 9 अगस्त को बस्तर के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में आदिवासी दिवस भव्य रूप से मनाने की तैयारी चल रही है. इसके साथ ही सर्व आदिवासी समाज के द्वारा अपने विभिन्न मांगों को लेकर सरकार को सौंपे गए ज्ञापन का स्मरण करायेंगे. राजाराम तोड़ेम ने प्रदेश में आपसी सहमति से आदिवासियों की भूमि क्रय नीति में संशय बना हुआ है, जिसे निरस्त करने के लिए विधानसभा में बिल पारित किया जाए. फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारी शासकीय सेवकों, राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पंचायत प्रतिनिधियों की शिकायत मिलने के बाद एक समिति द्वारा जांच करने पर दोषियों पर तत्काल सरकार के द्वारा एफआईआर दर्ज करने मांग की है. इसके साथ ही सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर संभाग में हजारों बेकसूर आदिवासियों को नक्सली या उनका सहयोगी बताकर जेलों में बन्द ऐसे आदिवासियों के मामलों की निष्पक्ष जांच करने के बाद नि:शर्त रिहाई के साथ ही उनके परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. ऐसे ही 23 मांगों को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने प्रदेश सरकार को पूर्व में सौंपे गए ज्ञापन को याद दिलाएंगे.