कोरबा . बांकी मोंगरा में कल बिजली विभाग के अफसरों का पुतला दहन करने के बाद आज सैकड़ों ग्रामीणों ने 12 घंटे से ज्यादा बिजली कटौती और अनाप-शनाप बिलिंग के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले मोर्चा खोलते  हुए जेल गांव चौक से रैली निकालकर दर्री जोन कार्यालय का घेराव कर दिया और तभी हटे, जब विभाग के अधिकारियों ने तुरंत गांवों में कैम्प लगाकर समस्याओं का उसी जगह निराकरण करने का वादा किया. माकपा ने घोषणा की है कि यदि आम जनता की समस्याओं का उचित निराकरण नहीं किया गया, तो 23 सितंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू  किया जाएगा.

उल्लेखनीय है कि बांकी मोंगरा, सुराकछार,मडवाढोढ़ा, रोहिना, पुरैना सहित आसपास के दसियों गांव भयंकर बिजली कटौती और अनाप-शनाप बिलिंग से परेशान हैं, लेकिन इस संबंध में नागरिकों की शिकायतों पर बिजली विभाग ध्यान नहीं दे रहा था. इस क्षेत्र की अन्य राजनैतिक पार्टियां भी मौन हैं. ऐसे समय मे माकपा ने इस ज्वलंत समस्या को उठाया है, जिसे इस क्षेत्र के नागरिकों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है.

माकपा जिला सचिव प्रशांत झा, जनवादी महिला समिति नेत्री धनबाई कुलदीप, तेरस बाई, सावित्री चौहान, सीटू नेता जनक दास, प्रताप दास, देव कुंवर, जनवादी नौजवान सभा के नेता अभिजीत गुप्ता, रामपूजन, जवाहर कंवर, दिलहरण बिंझवार  आदि की अगुआई में ललित महिलांगे, शिवरतन, मोहपाल, पिंटू, तपेश्वर, पुरुषोत्तम, धरवेंद्र, विकास, अर्जुन आदि ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ इस आंदोलन में हिस्सा लिया. काफी बड़ी संख्या में महिलाएं भी इस आंदोलन में शामिल थी.

माकपा नेताओं ने सरकार और प्रशासन की इस बात के लिए आलोचना की है कि ऊर्जाधानी जिला होते हुए भी यहां के नागरिक ऊर्जा संकट से जूझ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर तो नागरिकों को बिजली से वंचित किया है, वहीं दूसरी ओर हजारों करोड़ रुपयों के बकायादार उद्योगपतियों और औद्योगिक समूहों को सस्ती दरों पर बिजली दी जा रही है.

 

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