प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत - हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के अंतर्गत 14 अप्रैल 2018 को छत्तीसगढ़ के जांगला में पहला हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) का शुभारंभ किया।

 अप्रैल 2018 से अब तक 1498 उप स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को उन्नत कर हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर (एबी-एचडब्ल्यूसी) के रूप में विकसित किया गया है

रायपुर।  प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत – हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के अंतर्गत 14 अप्रैल 2018 को छत्तीसगढ़ के जांगला में पहला हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) का शुभारंभ किया। इसका मकसद लोगों को समुदाय के निकट बीमारियों की रोकथाम, स्वास्थ्य संवर्धन एवं निदान पर केंद्रित, नि:शुल्क और संपूर्ण सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 1,498 एचडब्ल्यूसी सेवारत हैं।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, भारत सरकार के वर्तमान के आंकड़े बताते हैं कि सरकार का प्रस्ताव 2022 तक इस संख्या को बढ़ा कर 6035 करने का है। मीडिया को संबोधित करते हुए, उप निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ सुरेंद्र पामभोई  ने कहा, राज्य भर में उप स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सर्वभौमिक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के प्रावधान के लिए हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर  (एबी-एचडब्ल्यूसी) में तब्दील किया जा रहा है। हम यह सुनिश्चित कर रहे है की  हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर  (एबी-एचडब्ल्यूसी) के माध्यम से आरएमएनसीएच  सेवाओं के साथ-साथ एनसीडी स्क्रीनिंग, टीबी स्क्रीनिंग आदि जैसी सेवाये समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुचे । एबी-एचडब्ल्यूसी का विकेन्द्रीकृत मॉडल सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के सभी स्तरों पर जवाबदेही और स्वामित्व सुनिश्चित करेगा। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में सेवाओं का केंद्र बिन्दु प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य (आरसीएच) है जिसमें प्रसवपूर्व, प्रसव व प्रसव पश्चात् देखभाल, शिशु संबंधी देखभाल और परिवार नियोजन की सेवाएं शामिल हैं।

भारत में गैर-संचारी बीमारियों (एनसीडी) की वृद्धि दर बढऩे और इस वजह से रोग दर और मृत्यु दर में वृद्धि रोकने हेतु । एबी-एचडब्ल्यूसी ने सामान्य गैर-संचारी  रोग की समस्याओं जैसे हाइपरटेंशन, डायबीटीज़ और तीन प्रकार के कैंसर (मुख, स्तन और ग्रीवा) की स्क्रीनिंग व जांच तथा निदान/ उपचार प्रबंधन की बड़ी जिम्मेदारी उठाई है। इसके अतिरिक्त टीबी और लेप्रोसी जैसे संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग व उपचार प्रबंधन भी मौजूदा राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम और राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के महत्वपूर्ण कार्य है । छत्तीसगढ़ में हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर छत्तीसगढ़ में हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के आंकड़े छत्तीसगढ़ राज्यएचडब्ल्यूसी सेवारत : 1,498कुल नियुक्त मिड लेवल हेल्थ प्रोवाइडर : 1,356एचडब्ल्यूसी में कुल आगंतुक : 31,92,385हाइपरटेंशन हेतु जांच कि गई कुल लोगों की संख्या : 18,26,370डायबीटीज़ हेतु जांच कि गई कुल लोगों की संख्या : 15,33,247मुख कैंसर हेतु जांच कि गई कुल लोगों की संख्या : 10,01,087स्तन कैंसर हेतु जांच कि गई कुल लोगों की कुल संख्या (एसडीआर) : 4,68,695ग्रीवा कैंसर हेतु जांच कि गई कुल लोगों की संख्या (एसडीआर) : 2,04,798योग के सत्र – कुल संख्या : 43,362छत्तीसगढ़ में दिसंबर 2019 तक लेप्रोसी के 6573 नए मामले दर्ज किए गए। एनएलईपी में दर्ज सभी मामलों का वित्तीय वर्ष 2018-19 और 2019-20 में इलाज जारी रहा।छत्तीसगढ़ में किये जा रहे अभिनव व नवीन प्रयास -2022-23 तक राज्य में 6035 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर कार्यरत होंगे। राज्य में वर्तमान में सेवारत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में से 75 प्रतिशत से अधिक हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर उप स्वास्थ्य केंद्र है। शेष 25 प्रतिशत में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं ।

शहरी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में विशेषज्ञ परामर्श की सुविधा चुनिंदा दिनों में उपलब्ध रहती है। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर की रेगुलर मॉनिटरिंग हेतु राज्य से जिलों हेतु रिपोर्ट कार्ड प्रत्येक 10 दिन में जारी किया जाता है व राज्य की टीम भ्रमण कर आवश्यक सुधार हेतु सहयोग प्रदान करती है।सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रशिक्षण में योगा का पाठ्यक्रम भी जोड़ा गया है जिससे योगा प्रशिक्षित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर हेतु उपलब्ध होंगे। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता हेतु हेल्थ एवं वेलनेस विंडो सामुदायिक व सिविल व जिला चिकित्सालयों में तैयार किया जा रहा है जहां हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर से आने वाले मरीज को प्राथमिकता से इलाज उपलब्ध होगा। कुछ अन्य राज्यों – तमिलनाडु, मणिपुर, गुजरात और केरल में एचडब्ल्यूसी का अच्छा कार्य प्रदर्शन रहा है। इससे भारत में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज का मार्ग प्रशस्त हो गया है।फरवरी 2020 तक पूरे भारत के एचडब्ल्यूसी में एनसीडी के लिए 956 लाख से अधिक; हाइपरटेंशन के लिए 326 लाख से अधिक; डायबीटीज़ के लिए 277 लाख से अधिक; ओरल कैंसर के लिए 168 लाख से अधिक लोगों, ब्रेस्ट कैंसर के लिए 99 लाख से अधिक और सर्वाइकल कैंसर के लिए 67 लाख से अधिक महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई है।

एबी-एचडब्ल्यूसी ने योग जैसे वेलनेस प्रोग्राम शुरू कर समुदाय में सेहत और  वेलनेस बढ़ाने का महत्वपूर्ण प्रयास किया है। वेलनेस और योग के अब तक 7 लाख से अधिक सेशन किए गए हैं। उत्तम स्वास्थ्य की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एचडब्ल्यूसी में प्रशिक्षित और योग्य स्वास्थ्य अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। अब तक पूरे भारत के एचडब्ल्यूसी में 12,000 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आयुष्मान भारत के तहत 12 फरवरी 2020 को ‘स्कूल हेल्थ एंबेसेडर इनिशिएटिवÓ का पाठ्यक्रम जारी किया। उनके साथ इस अवसर पर सरकार के अन्य लोग भी थे। इससे हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के अंतर्गत बीमारी की रोकथाम, स्वास्थ्य सवर्धन और उत्तम स्वास्थ्य की योजना मजबूत होने की संभावना बढ़ी है।छत्तीसगढ़ मे आगामी माह से कुल 1460 हेल्थ एवं वेलनेस एम्बेसेडर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस पहल के तहत हर सरकारी स्कूल में दो शिक्षक ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस एम्बेसेडरÓ चुने जाएंगे, जो विद्यार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य और वेलनेस की जानकारी और शिक्षा देंगे। शिक्षण सत्र गतिविधि आधारित होंगे। यह ‘सीखने का आनंददायकÓ अनुभव होगा जिसका संचालन एक साल में कम से कम 24 सप्ताह होगा प्रति सप्ताह में एक दिन की गतिविधियां होंगी। एम्बेसेडरों की मदद के लिए क्लास मॉनिटर होंगे जिन्हें ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस मैसेंजरÓ कहा जाएगा।आयुष्मान भारत – हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर का परिचय:     आयुष्मान भारत प्रोग्राम के दो मुख्य आधार हैं जो सभी भारतीयों को यूनिवर्सल हेल्थकेयर (यूएचसी) प्रदान करेंगे। इनमें एक हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर (एबी-एचडब्ल्यूसी) हैं जो बीमारी की रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन  की  सेवाएं देंगे; और दूसरा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) है जो जरूरतमंद लोगों के लिए अगले स्तर की इंश्युरेंस आधारित स्वास्थ्य सुविधाएं देगी। 14 अप्रैल 2018 में खुला पहला एबी-हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी)। एबी-एचडब्ल्यूसी का उद्देश्य बीमारी की रोकथाम, स्वास्थ्य संवर्धन के प्रयास और निदान/उपचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए नि:शुल्क और सार्वभौतिक संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के निर्माण की दूरदृष्टि लोगों को समुदाय के नि कट गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के माध्यम से सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि ग्रामीण, अर्ध-शहरी और सीमांत/दुर्गम क्षेत्रों के लोग भी नजदीक में सुलभ नहीं होने की वजह से गुणवत्तापूर्ण और समय पर स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे।  एबी-एचडब्ल्यूसी लोगों को उनके समुदाय के निकट बीमारी की रोकथाम और स्वास्थ्य की सेवाओं समेत संपूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) का लक्ष्य 2022 तक विभिन्न चरणों में पूरे भारत में 1.5 लाख एचडब्ल्यूसी बनाने का है। इनमें 40,000 मार्च 2020 तक कार्यारंभ कर देंगे। यह लक्ष्य मौजूदा उप-केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को एचडब्ल्यूसी में उन्नति कर पूरा किया जाएगा।

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