दंतेवाड़ा। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि भारत के माओवादियों के संबंध चीन और नेपाल से हैं। बस्तर के माओवादी लीडर अंडर ग्राउंड होकर नेपाल आना-जाना करते है। जिससे नक्सल प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस महामारी से यदि मौतें हुई तो इसके जिम्मेदार नक्सली होंगे। नक्सल संगठन इस देश में एक एसी प्रतिबंधित संस्था है, जिसका मानवता से कोई संबध दूर-दूर तक नही है। लेकिन मानवाधिकार आयोग की आड़ लेकर पुलिस और सुरक्षा बलों पर आरोप लगाने में पिछे नही रहती है।
दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि यदि एक भी नक्सली में कोरोना वायरस के लक्षण पॉजिटिव पाए जाते हैं तो इसका असर भोले-भाले आदिवासियों पर पड़ सकता है, जो बहुत ही चिंता का विषय है। इसे देखते हुए कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा। ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए उनके हित के बारे में सोचना चाहिये। नक्सलियों द्वारा एनआरसी के विरोध में एक अप्रैल को दंडकारण्य बंद का ऐलान करने को लेकर एसपी श्री पल्लव ने कहा कि देश जहां इतनी बड़ी त्रासदी से जूझ रहा है, जिसके चलते पूरे देश लॉकडाउन के साथ धारा 144 धारा लगी हुई है, बावजूद इसके ग्रामीणों की सुरक्षा के बारे में न सोचते हुए देश मे बंद के बाबजूद इस बन्द का ऐलान किया जा रहा है, यह नक्सलियों के दोहरे चरित्र को उजागर करता है। नक्सली सिर्फ ग्रामीणों में मौत के आतंक का भय फैलाकर गुमराह करने का काम कर रहे हैं।