क्या होंगे 11 दिसम्बर को मतगणना के आंकड़े
क्या बना सकेगी कांग्रेस अपनी सरकार ?
रायपुर. देशभर के चाहे जो चुनावी मंजर हो , छ्त्तीसगढ़ की चुनावी तासीर भी अलग है और अलग है लोगों का मिजाज , जिसे साधने में अटल बिहारी के नाम पर पहले भाजपा की फिर डॉक्टर रमन सिंह को अपने नाम से दो चुनावो में सफलता मिली, इस बार का चुनाव दरकते हुए मोदी लहर और किसान मजदूर जनता की अपेक्षाओं के टूटने के नैराश्य के मध्य लड़ा गया.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रदेश चुनाव में पहले 65+ का दावा फिर अंतिम चरण में प्रत्याशियों के चयन से ले कर प्रचार की डॉक्टर रमन के हाथों से खुद कमान लेने के कारण पार्टी में वो लय दिखाई नही दी जो पिछले चुनावों में होती थी ।
दुसरो तरफ एकजुटता के आह्वान के साथ सत्ता में वापस लौटने के अंतिम प्रयास में जुटी कांग्रेस भी डगमगाई हुई सी , आंतरिक और बाह्य लड़ाइयों से जूझती रही, पहले की तुलना में भूपेश बयानबाजी में काफी संयत रहे, पार्टी केंद्र से उन्हें पुनिया के रूप में अनुभवी सहयोग मिला और सरगुजा क्षेत्र के लिए टी एस का विश्वसनीय साथ, बिलासपुर के लिए चरणदास और रायपुर के लिए सत्यनारायण , सो चल निकली उनकी यात्रा.
सारे प्रदेश में धान खरीदी केंद्रों के हालात सवा महीने बाद बता रहे हैं कि किसानों ने बदलाव के लिए वोट किया है सरकार कुल तीन माह में से एक महीने के खरीदी के आंकड़े 20 प्रतिशत तक पहुंचा सकी है. कृषि ऋण और उपज मूल्य का मुद्दा सबसे प्रभावी साबित हुआ प्रतीत हो रहा है.
आज 08 दिसम्बर को यदि विधानसभा वार विश्लेषण सीटों की देखी जाय तो पूर्वानुमान कुछ इस प्रकार मिल रहे हैं
छत्तीसगढ़ के लिए 11 दिसम्बर को आने वाले परिणाम के लिए जो पूर्वानुमान है आज 08 दिसम्बर 2018 को
BJP – 38
कांग्रेस- 45
बसपा – 02
जनता कांग्रेस – 02
सीपीआई – 01
निर्दलीय – 02
कुल – 90
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