रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने नक्सली हमले के बाद कहा है कि यह प्रदेश में अराजकता का माहौल है. नक्सली हावी हो रहे हैं. भीमा मंडावी भाजपा के एकमात्र विधायक थे. कहीं इसमें कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं इसकी जांच की मांग करेंगे.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि हमने में तीन-तीन बार विधानसभा और लोकसभा के चुनाव कराए लेकिन इतनी अराजकता की स्थिति कभी पैदा नहीं हुई. यहां लगातार नक्सली घटनाएं हो रही हैं और सरकार का नक्सलियों के ऊपर से नियंत्रण पूरी तरह से हट गया है. ये घटना सरकार की सबसे बड़ी असफलता है. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हमारे पूर्व मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रही है. बस्तर जैसे धुर नक्सली इलाकों में भी विधायकों और पूर्व मंत्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जो सरकार अपने विधायक को सुरक्षा नहीं दे पा रही उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने विधायक भीमा मंडावी को शहीद बताते हुए कहा कि श्री मंडावी एक जुझारू नेता थे, उन्होंने बस्तर में लोगों के लिए बहुत काम किया. उनकी असमय मौत से पूरे छत्तीसगढ़ के भाजपा कार्यकर्ता बहुत व्यथित हैं.

 

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