भाजपा पहले राज्य में नेतृत्व का मसला सुलझा ले , बार बार लीडर बदल कर क्यों देख रही है – भूपेश बघेल

रायपुर. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में एनडीटीवी के रीजनल चैनल की लॉचिंग अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ में समन्वय , समरसता की पुरातात्विक, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि रही है। सिरपुर में देखिए बौद्ध, जैन, शैव, वैष्णव सभी संप्रदायों के लिये स्थल आज भी देखे जा सकते हैं। यहां के निवासियों में भी यही सद्भावना देखी जाती है।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा जब भाजपा की 15 वर्षो तक सरकार थी तो वह आदिवासियों से केवल 7 प्रकार के लघु वनोपज लेती थी जबकि हमारी सरकार मोटा अनाज सहित 60 प्रकार के उत्पादों की अच्छी कीमतें घोषित करके खरीद रहे हैं।
सवालों की बौछार पर धुंआधार जवाब पूरे आत्मविश्वास से देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहीं भी अटके नही।
वरिष्ठ पत्रकार संकेत उपाध्याय ने उनसे पूछा कि आप पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को आज अपना प्रतिद्वंदी मानते हैं या नहीं ?
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि- मैं तो चाहता हूं कि चुनावी मैदान में रमन सिंह पूरी तरह से मैदान में सामने रहे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी को ही उन पर भरोसा नहीं है तो मैं क्या कर सकता हूं. भाजपा रमन सिंह का चेहरा ही सामने नहीं करना चाहती तो क्या किया जा सकता है ?

बघेल ने कहा कि भाजपा ने खैरागढ़ से रमन सिंह के भतीजे को टिकट दे दी है अब तो उन्हें या उनके बेटे अभिषेक सिंह को टिकट मिलेगी या नहीं इसे लेकर भी संदेह उत्पन्न हो गया है. क्योकि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में परिवार वाद को खत्म करने की बात कह दी है।

जब पूछा गया कि भाजपा ने समय पूर्व 21 सीटों पर टिकटों का वितरण कर दिया है. क्या आपको नहीं लगता है कि एक तरह से मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश की गई है.मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने जो सूची जल्दबाजी में जारी की है उसमें हिंदी की कई गलतियां है. उम्मीदवारों का नाम भी गलत लिखा गया है. और अब जगह-जगह उनके कार्यकर्ताओं नेताओं में विरोध हो रहा है. ऐसी भी हड़बड़ी ठीक नहीं है.

वरिष्ठ पत्रकार संकेत उपाध्याय ने पूछा कि आप बहुत सी बातों पर दिल्ली की सरकार की नकल करते हैं ऐसे आरोप लगते हैं जैसे अबकी बार मोदी सरकार का नारा दिया गया था. अबकी बार भूपेश सरकार का नारा था , अब 71 सीटें हैं तो नारा क्या होगा ?
मुख्यमंत्री ने कहा –
छत्तीसगढ़ में अबकी बार 75 पार का नारा चल रहा है. आगे कहा कि भूपेश बघेल… भूपेश बघेल है और मोदी जी तो मोदी जी है. दोनों की कोई तुलना नहीं हो सकती. मोदी जी बिना काम के भी डंका पीट लेते हैं. हम ऐसा नहीं कर सकते. मोदी दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने की बात करते रहे लेकिन किसी को रोजगार नहीं मिला. हमारे छत्तीसगढ़ में अनिल श्रीवास्तव जैसे युवा बैंक में खाता खोलकर इस इंतजार में बैठे थे कि 15 लाख रुपए अब आएगा तब आएगा… लेकिन अब तक पैसा नहीं आया. जबकि हम जो बोलते हैं वो करते हैं . हमने किसानों का कर्जा माफ़ किया, उनको समय पर बोनस देने की बात कहीं थीं. हमने अपना वादा पूरा किया. जिन बातों का हमने अपने घोषणा पत्र में वादा नही किया था उनको भी प्रदेश की जरूरत को समझ कर पूरा किया जैसे आत्मानंद स्कूल के निर्माण का कोई वादा नहीं किया था, लेकिन बच्चों की शिक्षा-दीक्षा के लिए उसे अनिवार्य समझा और पूरा किया.

भाजपा के नेताओं द्वारा कांग्रेस को चुनावी हिंदू बताए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम हमारे रग-रग में बसे हैं. राम छत्तीसगढ़ के भांचा है. हम राम नाम का उपयोग चुनाव लड़ने के लिए नहीं करते. बघेल ने कहा कि कॉंग्रेस अब चुनाव जीतना सीख गई है कर्नाटक और हिमाचल की जीत ने हमें सिखा दिया है कि चुनाव कैसे जीता जाता है. देखते चलिए…हम चुनाव जीतेंगे और भारी बहुमत से फिर सरकार बनाएंगे.
कार्यक्रम में घंटे भर की देर से आने के बावजूद मुख्यमंत्री ने अपनी हाजिरजवाबी से तार्किकता से सराबोर जवाब दिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here