Antagad Sagar: अंतागढ (कांकेर)- ग्राम कोनेचूर मे अपने घर के पास खेल रहे दो मासूम बच्चे प्रवीण आचला पिता असऊराम उम्र 2 वषॅ और शुभांग पिता संतोष आचला उम्र 4 वषॅ को पागल कुते ने 15 दिन पहले काट लिया था, तब परिजनो ने एंटी रैबीज का टीका अस्पताल जाकर बच्चो को नही लगवाया और वे  जंगली दवा खिलाकर ही उन दोनों बच्चो का इलाज कर लिया,  मगर आज उन्हीं दो बच्चो मे से एक बच्चे की तबियत 15 दिन बाद अचानक बिगड़ गयी और वह अपनी माँ को स्तन पान कराते वक्त काटने लगा, अपने बच्चे के अजीब से बर्ताव और हालत को बिगड़ता देख परिजन उसे अंतागढ सामुदायिक सवासथय केंद्र लेकर पहुँचे, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद पिडित बच्चे प्रवीण को चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रिफर किया  पर कांकेर ले जाने के दौरान आसुलखार गाँव के पार रास्ते मे ही प्रवीण ने एमबूलेंस मे दम तोड़ दिया, इधर घटना से घबराऐ दूसरे बच्चे शुभांग के परिजन भी उसे लेकर अंतागढ अस्पताल पहुँचे है हालाँकि शुभांग फिलहाल ठीक है, लेकिन उसे और प्रवीण की माँ को रैबीज का टीका आज लगना है मगर एंटी रैबीज का टीका अंतागढ अस्पताल मे उपलब्ध नही है,विदित हो की ये पुरा मामला अंतागढ के कोनेचूर गाँव का है,बताया जा रहा कि प्रवीण की मौत पागल कुत्ते के काटने से होने वाले रैबीज रोग से हुई है,
इधर अंतागढ अस्पताल मे एंटी रैबीज का टीका  वतॅमान  मे उपलब्ध नही है, जो की मृतक बच्चे की मां संतो और बच्चे शुभांग को आज लगाया जाना है इस संबंध मे बी एम ओ  सचींद्र गोटा ने बताया की लंबे समय से अस्पताल मे एंटी रैबीज का टीका नही है,पड़ताल करने पर पता चला की ऐसे प्रकरण आने पर मेडीकल स्टोर से खरिदकर अस्पताल प्रबंधन मरीज को ये टीका लगाता है,जबकी एंटी रैबीज के टीके की मांग कई बार की गयी है पर  ये टीका जिला अस्पताल से  अब तक भेजा नही जा रहा है,ये खबर मिली है की एंटी रैबीज का ये टिका जिला अस्पताल से खरिदीकर भेजा जाना था इस टीके को खरिदने की अनुमती जिले के विकास खंड की अस्पतालो को नही दी गयी है जबकी ये पूवॅ मे अंतागढ के अलावा जिले की अन्य सरकारी अस्पताल मे एंटी रैबीज का यह टीका उपलब्ध रहता था मगर अब इसे एक लंबे समय से आवश्यकता के अनुरूप अंतागढ अस्पताल मे नही भेजा जा रहा है ये भी बात सामने आई है की जिला स्वाथय विभाग इस टीके को खरीदकर भेजने वाला था जो की कई बार माँग किये जाने के बाद भी अब तक टीका नही भेजा गया  विदित हो की,डाग बाईट के प्रकरण आये दिन अंतागढ अस्पताल मे देखने को मिलते है इनमे मे बच्चो की संख्या अधिक नजर आती है ऐसे हालात मे एंटी रैबीज का टीका अंतागढ अस्पताल मे उपलब्ध न होना शासन प्रशासन और जिला सवासथय विभाग की गैर जिम्मेदारी को दशाॅता है सूत्रो ने बताया की पूरे काकेर जिले मे एंटी रैबीज का टीका उपलब्ध हितग्राही मरिजो को उपलब्ध नही हो पा रहा है
अंतागढ – पागल कुत्ते के काटने से 15 दिन बाद दो में से एक मासूम की मौत,दो बच्चे हुए थे डाग बाईट का शिकार,परिजनों ने किया जंगली दवा से बच्चो का इलाज अंतागढ के कोनेचूर गांव की घटना

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