अपनी समस्या के निराकरण के लिए विद्यार्थी 
रजिस्ट्रार-डिप्टी रजिस्ट्रार से कभी भी मिल सकेंगे

उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने आज यहां पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय का निरीक्षण किए. निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा संचालित हेल्पडेस्क की स्थिति का अवलोकन किया. उन्होंने हेल्पडेस्क में टेलीफोन की व्यवस्था के निर्देश दिए.

मंत्री श्री पटेल ने विद्यार्थियों की सहायता के लिए बनाई गई हेल्पडेस्क में विद्यार्थियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण तथा उचित मार्गदर्शन के निर्देश दिए. मौके पर विद्यार्थियों के आवेदनों के निराकरण की प्रक्रिया को भी देखा.

कुछ विद्यार्थियों से चर्चा में उन्हें पता चला कि 10 मिनट के कार्य के लिए विद्यार्थी 6-7 घन्टे तक कॉलेज और विश्वविद्यालय में व्यतीत कर रहे हैं, परन्तु समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है. इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की.  मंत्री श्री पटेल ने अपने विद्यार्थी जीवन में इस प्रकार के अनुभव से गुजरने का उल्लेख करते हुए कहा कि मंत्री बनने के बाद विद्यार्थियों की समस्या के निराकरण के लिए हेल्पडेस्क प्रारंभ किया गया है. उन्होंने कहा कि समस्या के निराकरण के लिए कोई भी विद्यार्थी रजिस्ट्रार या डिप्टी रजिस्ट्रार से किसी भी समय मिल सकता है. हेल्पडेस्क के कार्य में गुणवत्ता जरूरी है. खानापूर्ति का काम नही होना चाहिए, विश्वविद्यालय के हेल्पडेस्क में टेलीफोन रखने के भी निर्देश दिए ताकि विद्यार्थियों को फोन पर भी समस्या का निराकरण किया जा सके या आवश्यक सलाह दी जा सके.

इस अवसर पर पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केशरीलाल वर्मा से मंत्री श्री पटेल ने प्रथम वर्ष में विद्यार्थियों के प्रवेश, विश्वविद्यालय का रिजल्ट तथा अंतिम प्रवेश की जानकारी ली. कुलपति डॉ. वर्मा ने बताया कि प्रथम वर्ष में 36 हजार 459 आवेदन प्राप्त हुए हैं. प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक है.

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