रायपुर 26 जुलाई ( इंडिया न्यूज़ रूम )  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने शुक्रवार को नुआम टेक्नोप्रन्योर प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की. इस दौरान नुआम टेक्नोप्रन्योर प्राइवेट लिमिटेड के पदाधिकारियों ने सीएम भूपेश बघेल के सामने लाइट रेल सिस्टम का प्रेजेंटेशन दिया. साथ ही यह भी सुझाव दिया कि शास्त्री चौक से टाटीबंध तक लाइट रेल चलाया जा सकता है. बैठक में नया रायपुर से दुर्ग तक लाइट रेल चलाने की संभावनाओं पर चर्चा भी की गई. भूपेश बघेल ने कंपनी के पदाधिकारियों को शास्त्री चौक से टाटीबंध तक लाइट रेल चलाने के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.

बैठक के दौरान सीएम ने कम्पनी के अधिकारियों से परीक्षण के तौर पर शास्त्री चौक से टाटीबंध तक इसे चलाने के लिए सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.बैठक में नुआम टेक्नोप्रन्योर के अधिकारियों ने बताया कि लाइट रेल सिस्टम रूस की तकनीक पर आधारित है. यह रेल बैटरी चलित है. इस रेल में आठ बोगी रहती है, जो एलिवेटेड रूट पर चलती है, आठ बोगी के रेल में एक हजार 68 यात्री यात्रा कर सकते है. यह रेल पूर्णतः वातानुकूलित रहती है और इसमें वाईफाई सिस्टम सहित सभी आधुनिक सुविधाएं रहती है. रेल लाइन के किनारे सोलर पैनल रहते है, जिसमें स्ट्रीट लाईट भी लगाया जा सकता है. इसके अलावा रेल मार्ग पर टेलीकाम केबल आदि लगाने की व्यवस्था रहती है. एलीवेटेड रेल लाइन बनाने के लिए 3X3 फीट चौड़ी भूमि की आवश्यकता होगी.बैठक में वन मंत्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, अपर परिवहन आयुक्त एसआरपी कल्लूरी और कंपनी के गाग्रेन, मंडकोव, करण जज, सत्येन्द्र सिंह, प्रसन्ना शेठ्ठी सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे.

कम्पनी के अधिकारियों ने प्रस्ताव किया कि इसके निर्माण का पूरा खर्च वहन किया जाएगा. कम्पनी इसे 30 साल चलाने के बाद शासन को सौंप देगी. इस रेल को लाइट रेल के लिए 70 साल गारंटी दी जाएगी. कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि कम्पनी द्वारा लाइट रेल परियोजना में दो वर्ष में 100 किलोमीटर रेल लाइन स्थापित कर संचालित किया जा सकता है.इस रेल को कार्गो की तरह उपयोग भी लाया जा सकता है.

 

 

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