सरकार ने 13 बड़े अस्पतालों को सरकारी योजनाओं से किया बाहर….कालड़ा, अपोलो, संजीवनी कैंसर, हेरिटेज, विद्या, किम्स, केयर एवं क्योर जैसे जाने-माने अस्पतालों को बड़ा झटका

रायपुर,  (india news room) सरकार ने गरीबों के मुफ्त इलाज योजनाओं में मनमानी करने वाले राज्य के 13 अस्पतालों को योजनाओं से बाहर कर दिया है. इनमें राजधानी रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ के नामचीन अस्पताल शामिल हैं. इनके खिलाफ सरकार को लंबे समय से योजनाओं में अनियमितता बरतने की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं.

छत्तीसगढ़ में मुफ्त उपचार के लिए अलग-अलग सात योजनाएॅ लागू है. राज्य के कुछ अस्पताल योजनओं को तोड़-मरोड़ कर लागू कर रहे थे. कुछ अस्पतालों के खिलाफ ये भी शिकायतें थी कि वे मरीजों से भी पैसे ले लिए और बीमा कंपनी से भी. बताते हैं, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इसे गंभीरता से लिया. उन्होंने सख्त कदम उठाते हुए अफसरों से उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था. हेल्थ विभाग ने मंत्री के निर्देश पर एक्शन लेते हुए 13 अस्पतालों को सरकारी सूची से हटा दिया. अभी तक प्रदेश के 45 अस्तपाल योजनाओं के लिए अनुबंधित थे. अब 13 को कम करके 32 की सूची जारी कर दी गई है.

जिन्हें किया गया   बाहर

राज्य शासन के आदेशानुसार रायपुर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर रायपुर, हेरीटेज अस्पताल रायपुर, किम्स अस्पताल बिलासपुर, कालड़ा कॉस्मेटिक सर्जरी अस्पताल रायपुर, संजीवनी कैंसर अस्पताल रायपुर, अपोलो अस्पताल बिलासपुर, अपोलो बी.एस.आर. भिलाई, राजधानी अस्पताल रायपुर, श्री कृष्णा हॉस्पीटल रायपुर, मुंद्रा हॉस्पीटल बिलासपुर, उपाध्याय अस्पताल रायपुर, विद्या अस्पताल एण्ड किडनी सेंटर रायपुर, मातालक्ष्मी नर्सिंग होम एंड इन्वेस्टीगेशन सेंटर रायपुर, केयर एवं क्योर मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पीटल रायपुर को बाहर किया गया हैं.

स्वास्थ्य विभाग के अफसर बताते हैं, निजी अस्पताल अपने मनमाने ढंग से गरीबों का इलाज कर उन्हें चूना लगा रहे थे. इसके पीछे मंशा थी कि मुफ्त उपचार योजनाओं से मिलने वाली राशि के अलावा किसी न किसी जरिये से मरीज व उनके परिजन से अतिरिक्त राशि वसूल लिया जाए. मरीजों से लगातार ऐसी शिकायत मिल रही थी. विशेषकर बिलासपुर स्थित अपोलो, किम्स ने तो अपनी मर्जी के अनुसार आयुष्मान भारत योजना में काम ही नहीं किया. संजीवनी सहायता कोष योजना में आने वाले मरीजो का ही ये अस्पताल उपचार कर रहे थे. ऐसे में बिलासपुर व इससे लगे जिले के मरीज जिनका नाम आयुष्मान योजना में था, उन्हें नाहक ही परेशान होना पड रहा था. बिलासपुर या आसपास जिले के आयुष्मान में शामिल मरीजों को रायपुर की दौड लगानी पड रही थी. रायपुर जिले में भी कुछ ऐसे अस्पताल जो अपनी मर्जी से योजनाओं को संचालित कर रहे हैं. इनके अलावा योजनाओं से हटाए गए कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं, जो योजना में शामिल होने के बाद भी कभी इसके जरिए उपचार ही नहीं किया.

इन  हस्पतालों में  लागू है रहेगी योजना

राज्य शासन के निर्णय के अनुसार श्री बालाजी ट्रामा एण्ड मल्टी स्पेशालिटी हॉस्पीटल कोरबा, न्यू कोरबा हॉस्पीटल कोरबा, माहादेव हॉस्पीटल बिलासपुर, श्री रामकेयर हॉस्पीटल बिलासपुर, सी.एम. मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल दुर्ग, ओ.पी. जिंदल हॉस्पीटल रायगढ़, आरोग्य हॉस्पीटल रायपुर, कॉलड़ा बर्न प्लास्टिक सर्जरी सेंटर पचपेडी नाका रायपुर, सुयश इंसीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंस रायपुर, वी केयर सुपरस्पेशालिटी हॉस्पीटल रायपुर, श्री बालाजी इंसीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंस रायपुर, मित्तल इन्सीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंस रायपुर, श्री नारायणा हॉस्पीटल रायपुर, ओम हॉस्पीटल रायपुर, एनएचएमएमआई हॉस्पीटल रायपुर, रामकृष्ण केयर हॉस्पीटल रायपुर, बाल्को मेडिकल सेंटर रायपुर, डॉ. जाउलकर इनएनटी हॉस्पीटल रायपुर, श्री गणेश विनायक आई हॉस्पीटल रायपुर, श्री रेटिना केयरहॉस्पीटल रायपुर, श्री संकल्प हॉस्पीटल रायपुर, श्री अरबिंदो हॉस्पीटल रायपुर, यशवंत हॉस्पीटल रायपुर, एमजीएम आई हॉस्पीटल रायपुर, बालगोपाल चिल्ड्रन हॉस्पीटल रायपुर, श्री शीशु भवनहॉस्पीटल बिलासपुर, श्री सत्य साईं हॉस्पीटल रायपुर, एकता इंसीट्यूट ऑफ चाईल्ड हैल्थ रायपुर, पेटल्स न्यू बोर्न एण्ड चिल्ड्रन हॉस्पीटल रायपुर, एमपीएम हॉस्पीटल बस्तर, आई ईएनटी हॉस्पीटल रायपुर में नगद रहित मुफ्त उपचार लाभ की योजनाएॅ लागू रहेंगी.

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