कांकेर जिले के इच्छापुर में बाल विज्ञानमेला  आयोजित

रायपुर . छ्त्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा इस सत्र के विज्ञान मेलों की शुरुआत कांकेर जिले के इच्छापुर के हायरसेकंडरी स्कूल में आयोजन से की गयी .  शासकीय उ.मा.विद्यालय,इच्छापुर  (कांकेर) में 03 एवं 04  अक्टूबर  2018 को आदिवासी छात्र छात्राओं हेतु बाल विज्ञान मेले का लगभग 350 छात्र छात्राओं , युवाओं के मध्य किया गया .

भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीक विभाग के’विज्ञान प्रसार ‘से तकनीकी सहयोग प्राप्त करके यह आयोजन किया जा रहा है. छात्र छात्राओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रचार प्रसार तथा विज्ञान के बेसिक विषयों प्रति चेतना जागृत करने के लिए छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा आयोजित इस मेले में क्षेत्र के 10 किमी के दायरे के 8  स्कूलों के छात्र- छात्राओं एवं 1 – 1 शिक्षको ने भी भागीदारी की .

कांकेर जिले के अलावा रायपुर, भोपाल के स्रोत व्यक्तियों  द्वारा कार्यक्रम में योगदान दिया गया . जनविज्ञान केंद्र , मुडपार ( कांकेर ) के वैज्ञानिक लालाराम सिन्हा ने प्रतिभागी छात्र छात्राओं को जीवन के जाल के माध्यम से प्राणियों , वनस्पतियों का परस्पर निर्भरता और अंतर्संबंध प्रत्यक्ष प्रयोगों से समझाया . युवा उत्साही सरपंच  ने ग्राम में पहुंचे अतिथियों का स्वागत करते हुए बच्चों के हित में सभी प्रकार से सहयोग की बात की . वरिष्ठ सेवानिवृत शिक्षक श्री दुग्गा ने विज्ञान के शिक्षण के महत्त्व को बताते हुए बच्चों को रूचि ले कर सभी सत्रों में भाग लेने को कहा . संस्था प्राचार्य हरीश साहू प्रतिदिन विज्ञान मेले में बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए मौजूद रहे . विज्ञान शिक्षक

कांकेर पी जी कालेज से युवराज सिंह के नेतृत्व में आये आदिवासी युवक युवतियों के दल ने विज्ञान के सरल सिद्दांतो को बच्चों को समझाने में मदद की और अपनी अपनी रूचि के विज्ञान गतिविधियों में हिस्सेदारी की . प्रथम दिवस छोटे बच्चों के लिए पत्ता एवं तना प्रिंटिंग के कार्य द्वारा वनस्पतियों के विविधतापूर्ण संसार पर प्रायोगिक चर्चा की गयी . साथ ही सांपो एवं अन्य सरीसृपों के सम्बन्ध में मिथ्या धारणाओं का खंडन किया गया , उनकी पहचान , सावधानियां तथा प्रकृति में उनका महत्त्व पर प्रकाश डाला गया . विज्ञान प्रशिक्षक पी सी रथ द्वारा सरल शब्दों में बताया गया की पारिस्थितिकी तंत्र को बनाये रखने के लिए किस तरह उनका बेहद महत्त्व है .

दूसरे दिन  लालाराम सिन्हा ने छात्र छात्राओं  को औषधीय महत्त्व के पौधों व जड़ीबूटियों की स्थल परिक्षण करके जानकारी दी , फिर  अलग अलग समूहों में तारामंडल में प्रवेश कर  छात्र छात्राओं ने सौरमंडल तथा अंतरिक्ष के रहस्यों को जाना , उसके बाद विस्तृत सत्र में तारों के जन्म,  विकास , मृत्यु और हमारे सौर मंडल में ग्रहण और उससे जुड़े अंधविश्वास के बारे में विज्ञान प्रशिक्षक  पी सी रथ ने जानकारी दी . संस्था के शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी इस सत्र में सामूहिक प्रश्नोत्तरी के माध्यम से उत्सुकता शांत की , विभिन्न अनुशासनों के छात्र छात्राओं ने रोचक प्रश्नों के माध्यम से जिज्ञासा का परिचय दिया .

अंधविश्वासों के खिलाफ़ चमत्कार प्रदर्शन के सत्र में लालाराम सिन्हा ने सफल संचालन किया और चमत्कार प्रदर्शन में छात्र छात्राओं ने भागीदारी करके पी सी रथ के मार्गदर्शन में आग को मुंह के अन्दर लेने का चमत्कार दिखा कर अन्य छात्र छात्राओं  को विस्मय में डाल दिया . श्री रथ ने बिना माचिस के हवन कुंड में  अग्नि प्रज्वलित करके दिखाया , नारियल में मात्र पेयजल के छिडकाव से ब्रम्ह राक्षस के धू धू कर जल उठने का प्रदर्शन किया गया . अंत में सभी प्रदर्शनों के पीछे के विज्ञान एवं रासायनिक क्रियाओं की जानकारी दी गयी .

कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रश्न पूछो प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने विविध प्रश्न किये जिनका संतुष्टिकारक उत्तर उपस्थित प्रशिक्षकों तथा शिक्षकों द्वारा दिया गया .

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